अच्छा विवाहित जीवन
बातों ही बातों
में सत्यभामा ने
द्रौपदी से पूछा
कि वह कैसे
अपने पांचों पतियों
को समान रूप
से खुद से
जोड़कर रखती हैं,
कैसे वे उन
सभी को एक
अच्छा विवाहित जीवन
दे पाती हैं?
ईर्ष्या
द्रौपदी
ने कहा था
कि अगर पति-पत्नी, एक दूसरे
के साथ संतुष्ट
और खुशहाल रहना
चाहते हैं तो
दोनों के बीच
में किसी भी
तरह की ईर्ष्या
जैसी भावना नहीं
होनी चाहिए।
साथी के लिए
प्रतिबद्ध हो
दोनों को ही
अपने साथी के
लिए प्रतिबद्ध होना
चाहिए और अपने
अहम को संबंध
से दूर रखना
चाहिए।
पति पर नियंत्रण
द्रौपदी
ने सत्यभामा को
बताया कि स्त्री
को कभी अपने
पति पर नियंत्रण
स्थापित करने की
कोशिश नहीं करनी
चाहिए।
नकारात्मक प्रभाव
बहुत सी स्त्रियां
अपने पति की
हर हरकत पर
नजर रखने की
कोशिश करती हैं,
निश्चित रूप से
ये उनके संबंध
पर नकारात्मक प्रभाव
डालता है।
विवाहित संबंध
विवाह के पश्चात
महिला को अपनी
संगत भी सही
रखनी चाहिए। उसे
चरित्रहीन या झगड़ालू
स्त्रियों का साथ
छोड़ देना चाहिए।
अन्यथा परिणाम के रूप
में उसका विवाहित
संबंध भी टूट
सकता है।
एक-दूसरे का सम्मान
परिवार में रहते
हुए पति या
पत्नी, दोनों को ही
एक-दूसरे का
सम्मान करना चाहिए।
किसी को भी
अपनी जिम्मेदारियों से
भागना नहीं चाहिए
और साथी की
हर जरूरत का
ध्यान रखना चाहिए।
अपनेपन की भावना
अगर पति-पत्नी,
दोनों एक-दूसरे
का ध्यान रखेंगे
तो इससे उनके
बीच प्रेम और
अपनेपन की भावना
में बढ़ोत्तरी होगी
और विवाहित संबंध
मजबूत होगा।
विवाह के पश्चात
विवाह के पश्चात
स्त्री को अपने
क्रोध को नियंत्रित
रखना चाहिए और
साथ ही किसी
भी अंजान शख्स
के साथ खुलकर
बातचीत नहीं करनी
चाहिए, जो महिलाएं
ऐसा करती हैं
समाज में उनकी
छवि बिगड़ जाती
है।
अनैतिक इच्छाएं
द्रौपदी
के अनुसार एक
सुखद विवाहित जीवन
की सबसे पहली
शर्त ये है
कि पति को
अपनी पत्नी की
हर जरूरत को
पूरा करना चाहिए,
उसे संतुष्ट रखना
चाहिए। लेकिन इसके साथ-साथ पत्नी
को भी चाहिए
कि वे अपने
पति से अनैतिक
इच्छाएं ना रखे।
सेहत का भी
ध्यान
पति को किसी
भी हाल में
अपनी पत्नी को
एक अच्छा जीवन
देने की कोशिश
करनी चाहिए और
साथ ही साथ
उसकी सेहत का
भी सही ध्यान
रखना चाहिए।
स्त्री और पुरुष
द्रौपदी
के बताए गए
उपरोक्त सूत्र एक सुखद
विवाहित जीवन के
लिए जरूरी हैं,
इसीलिए हर स्त्री
और पुरुष को
इस सूत्रों को
अपनाना चाहिए।
अपनेपन की भावना
अगर
पति-पत्नी, दोनों
एक-दूसरे का
ध्यान रखेंगे तो
इससे उनके बीच
प्रेम और अपनेपन
की भावना में
बढ़ोत्तरी होगी और विवाहित संबंध
मजबूत होगा।